उषाप्रियंवदा: सामाजिकपरिवर्तनलानेवालीएकसाहित्यिकआवाज़
Dr.Jyothisri Balakrishnan
उषाप्रियंवदा, उषानिल्सनकाउपनाम, विस्कॉन्सिनविश्वविद्यालय, मैडिसनमेंदक्षिणएशियाईअध्ययनकीएकभारतीयमूलकीअमेरिकीएमेरिटाप्रोफेसरहैं।वहहिंदीकीएकप्रखरउपन्यासकार, लघु-कहानीलेखिकाऔरहिंदीसेअंग्रेजीमेंअनुवादकहैं।उनकीसाहित्यिकरचनाएँमहिलाओंकेजीवनकीजटिलताओंकोउजागरकरतीहैं, विशेषकरउनमहिलाओंकेजीवनकीजोअटूटसेवाऔरआज्ञाकारिताकीसामाजिकअपेक्षाओंसेजूझतीहैं।अपनेपात्रोंकेमाध्यमसे, वहमुक्ति, एजेंसीऔरलचीलेपनकेविषयोंकीखोजकरतीहै।साहित्यमेंउषाप्रियंवदाकायोगदानसामाजिकपरिवर्तन, चुनौतीपूर्णमानदंडोंऔरहाशिएकीआवाज़ोंकोबढ़ानेकेसाथप्रतिध्वनितहोताहै।
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