Research Article | Open Access
ह िंदी साह त्य में स्वातिंत्र्योत्तर काल की प्रमुख कृ हतयााँ
Kiran Bala Patel,Yogesh Kumar Sahu
Pages: 662-663
Abstract
स्वातंत्र्योत्तर काल में ह ंदी साह त्य ने सामाहिक, सांस्कृ हतक, और राष्ट्रीय पररवततन को ग राई से
प्रहतहिंहित हकया ै। इस शोध पत्र का उद्देश्य इस काल की प्रमुख कृ हतयो ंका हवश्लेषण करना और उनके साह त्यत्यक
प्रभाव को समझना ै। मुंशी प्रेमचंद की क ाहनयााँ, ियशंकर प्रसाद की कहवताएाँ , और सुहमत्रानंदन पंत की काव्य-
रचनाएाँ इस काल की म त्वपूणत कृ हतयााँ ैं िो समाहिक संदेश और हवचारधारा को दशातती ैं। इस अध्ययन में हवहभन्न
साह त्यत्यक स्रोतो ं और समीक्षाओ ं का उपयोग करते हुए स्वातंत्र्योत्तर ह ंदी साह त्य की हवशेषताओ ं और उसकी
भूहमका पर प्रकाश डाला गया ै।
Keywords
स्वातंत्र्योत्तर ह ंदी साह त्य, मुंशी प्रेमचंद , ियशंकर प्रसाद, सुहमत्रानंदन पंत, समाहिक संदेश